Hon'ble President, Sir, why do not you do so that the untrained carpet strike will start again and again afterwards you will be the excuse of the people that there is an election right there so you can not strike, leave all these excuses and think quickly
हमेशा ऐसा क्यों होता है कि ग्रामीण कर्मचारियों के साथ ही हर बार धोखा किया जाता है क्या ये प्रकरण कर्मचारी यूनियन की खामी दर्शाती है की आप लोगों को सिर्फ और सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है कर्मचारियों के तकलीफ से आप लोगों को कोई वास्ता नही जब लड़ाई शुरू ही कि थी तो इसे पूरी तरह समझ कर खत्म करते ये तो ऐसी बात हो गयी कि गए थे दिल्ली जितने और अपना घर ही हार बैठे बहुत ही गंदी राजनीति है ये । अब कहोगे की अनिक्षितकालीन हड़ताल फिर से करेंगे फिर आप लोग कहोगे की दो-दो राज्यो में चुनाव हो रही है सो अभी हड़ताल नही हो सकता फिर कहोगे की अब आम चुनाव आ गया सो हड़ताल आगे बढ़ाया जाता है फिर पता चलेगा एक से डेढ़ साल गुजर गया बस यूनियन की तो यही मंशा होती है हमेशा की समय गुजारो और अपनी रोटी सेकते रहो है न सही बात ?
हमेशा ऐसा क्यों होता है कि ग्रामीण कर्मचारियों के साथ ही हर बार धोखा किया जाता है क्या ये प्रकरण कर्मचारी यूनियन की खामी दर्शाती है की आप लोगों को सिर्फ और सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है कर्मचारियों के तकलीफ से आप लोगों को कोई वास्ता नही जब लड़ाई शुरू ही कि थी तो इसे पूरी तरह समझ कर खत्म करते ये तो ऐसी बात हो गयी कि गए थे दिल्ली जितने और अपना घर ही हार बैठे बहुत ही गंदी राजनीति है ये । अब कहोगे की अनिक्षितकालीन हड़ताल फिर से करेंगे फिर आप लोग कहोगे की दो-दो राज्यो में चुनाव हो रही है सो अभी हड़ताल नही हो सकता फिर कहोगे की अब आम चुनाव आ गया सो हड़ताल आगे बढ़ाया जाता है फिर पता चलेगा एक से डेढ़ साल गुजर गया बस यूनियन की तो यही मंशा होती है हमेशा की समय गुजारो और अपनी रोटी सेकते रहो है न सही बात ?
Hon'ble President, Sir, why do not you do so that the untrained carpet strike will start again and again afterwards you will be the excuse of the people that there is an election right there so you can not strike, leave all these excuses and think quickly
ReplyDeleteहमेशा ऐसा क्यों होता है कि ग्रामीण कर्मचारियों के साथ ही हर बार धोखा किया जाता है क्या ये प्रकरण कर्मचारी यूनियन की खामी दर्शाती है की आप लोगों को सिर्फ और सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है कर्मचारियों के तकलीफ से आप लोगों को कोई वास्ता नही जब लड़ाई शुरू ही कि थी तो इसे पूरी तरह समझ कर खत्म करते ये तो ऐसी बात हो गयी कि गए थे दिल्ली जितने और अपना घर ही हार बैठे बहुत ही गंदी राजनीति है ये । अब कहोगे की अनिक्षितकालीन हड़ताल फिर से करेंगे फिर आप लोग कहोगे की दो-दो राज्यो में चुनाव हो रही है सो अभी हड़ताल नही हो सकता फिर कहोगे की अब आम चुनाव आ गया सो हड़ताल आगे बढ़ाया जाता है फिर पता चलेगा एक से डेढ़ साल गुजर गया बस यूनियन की तो यही मंशा होती है हमेशा की समय गुजारो और अपनी रोटी सेकते रहो है न सही बात ?
ReplyDeleteहमेशा ऐसा क्यों होता है कि ग्रामीण कर्मचारियों के साथ ही हर बार धोखा किया जाता है क्या ये प्रकरण कर्मचारी यूनियन की खामी दर्शाती है की आप लोगों को सिर्फ और सिर्फ अपनी कुर्सी की चिंता है कर्मचारियों के तकलीफ से आप लोगों को कोई वास्ता नही जब लड़ाई शुरू ही कि थी तो इसे पूरी तरह समझ कर खत्म करते ये तो ऐसी बात हो गयी कि गए थे दिल्ली जितने और अपना घर ही हार बैठे बहुत ही गंदी राजनीति है ये । अब कहोगे की अनिक्षितकालीन हड़ताल फिर से करेंगे फिर आप लोग कहोगे की दो-दो राज्यो में चुनाव हो रही है सो अभी हड़ताल नही हो सकता फिर कहोगे की अब आम चुनाव आ गया सो हड़ताल आगे बढ़ाया जाता है फिर पता चलेगा एक से डेढ़ साल गुजर गया बस यूनियन की तो यही मंशा होती है हमेशा की समय गुजारो और अपनी रोटी सेकते रहो है न सही बात ?
ReplyDeleteUnion ko strike par Jana chayiye jaladi WO mahavadeshih paise khata hai tum to samjdari se kam karo hum tumari union join karege
ReplyDeleteThank q
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